Ayodhya ram mandir -अयोध्या राम मंदिर पर संपूर्ण जानकारी

अयोध्या राम मंदिर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है और भगवान राम को समर्पित है। यह स्थान अयोध्या नगरी में स्थित है, जो हिंदू धर्म के एक प्रमुख तीर्थस्थल के रूप में जाना जाता है।

मंदिर का निर्माण भगवान राम के भक्तों के द्वारा लगभग पांच सदी पूर्व शुरू हुआ था, जिसे मुगल शासकों के कई अवसर पर नष्ट किया गया था। इसके बाद, 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद के अवैध विध्वंस के बाद, इस स्थान पर अयोध्या राम मंदिर के निर्माण के लिए संघर्ष शुरू हो गया।

भव्य भवन का निर्माण करने के लिए भगवान राम के भक्तों की मांग को ध्यान में रखते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में यह फैसला किया कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा और इसके लिए अलग राष्ट्रीय स्तर का अभियान चलाया गया।

अब अयोध्या में एक भव्य रूप में निर्मित राम मंदिर खड़ा है, जो देशवासियों और भगवान राम के भक्तों के लिए एक पवित्र स्थल के रूप में जाना जाता है। यह भारतीय संस्कृति और धरोहर के रूप में भी महत्वपूर्ण है और देशभक्ति भावना को बढ़ावा देता है

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अयोध्या राम मंदिर का इतिहास

अयोध्या राम मंदिर का इतिहास भारतीय इतिहास के एक महत्वपूर्ण अध्याय में से एक है। यह मंदिर हिंदू धर्म के एक प्रमुख तीर्थस्थल के रूप में माना जाता है। यहां भगवान राम के पूर्वज, राजा दशरथ के पुत्र और साक्षात् भगवान विष्णु के एक अवतार थे। रामायण के अनुसार, भगवान राम का अयोध्या में राज्याभिषेक हुआ था और यहां से उनका वनवास प्रारंभ हुआ था।

मंदिर का निर्माण भगवान राम के भक्तों द्वारा प्राचीनकाल में किया गया था, जो उसके जीवनकाल से भी पूर्व मे होने का प्रमाण है। मंदिर के निर्माण के इतिहास में कई बार इसका विस्तार और सुधार कार्य हुआ।

कुछ मूल जानकारी:

प्राचीन काल: भगवान राम के समय से पहले से ही अयोध्या में रामायणी अवधी की कहानियां प्रचलित थीं, जिससे यहां के भक्तों के द्वारा मंदिर के निर्माण की योजना बनी।

मुगलकाल: मुगल शासकों के समय मंदिर को विनाश का सामना करना पड़ा और उसे कई बार नष्ट किया गया। इस समय के दौरान बाबरी मस्जिद का निर्माण किया गया था, जिससे यह स्थान एक मस्जिद के रूप में उपयोग में आया।

बाबरी मस्जिद विध्वंस: 1992 में बाबरी मस्जिद को अवैध रूप से तोड़ा गया और इससे एक विवाद पैदा हुआ, जिसमें कई हिंदू संगठनों ने भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए मांग उठाई।

सुप्रीम कोर्ट का फैसला: 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद के स्थान पर अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण करने का फैसला किया।

नवनिर्माण: भव्य भवन का निर्माण शुरू हो गया और अब अयोध्या में एक प्राचीन भव्य राम मंदिर खड़ा है, जो हिंदू समुदाय के लिए एक पवित्र स्थल के रूप में जाना जाता है।

यह मंदिर भारत के इतिहास में एक ऐतिहासिक घटना है जो भारतीय संस्कृति और धरोहर के रूप में महत्वपूर्ण मानी जाती है।

अयोध्या राम मंदिर में करने वाला महत्वपूर्ण दान कौन से है

अयोध्या राम मंदिर में करने वाले महत्वपूर्ण दान की बात करते हैं, तो प्रमुख दान के रूप में निम्नलिखित कुछ विकल्प हैं:

धनादान (वित्तीय सहायता): मंदिर के निर्माण में धन की आवश्यकता होगी। लोग निजी तौर पर या सरकारी योजनाओं के माध्यम से निधि दान करके इस महान धरोहर के निर्माण में योगदान कर सकते हैं।

भूमि दान: एक मंदिर का निर्माण करने के लिए भूमि की आवश्यकता होती है। लोग अपनी संपत्ति या जमीन का दान करके इस उद्यम को समर्थन कर सकते हैं।

नित्य पूजा विधि का समर्थन: मंदिर में नित्य पूजा, आरती, भजन, कथा, और संस्कारों के लिए उपयुक्त सामग्री और संसाधनों के दान से मंदिर की व्यवस्था में सहायता की जा सकती है।

पुरातात्विक संरक्षण: अयोध्या राम मंदिर एक प्राचीन धार्मिक स्थल है और इसके पुरातात्विक संरक्षण के लिए धन का समर्थन किया जा सकता है।

शिक्षा और सामाजिक कार्य: मंदिर के संचालन और समर्थन के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक कार्य, और विकास से संबंधित कार्यक्रमों के लिए धन का दान किया जा सकता है।

ये सभी दान विकल्प मंदिर के निर्माण और संचालन के लिए महत्वपूर्ण हैं और भक्तों और देशवासियों के सहयोग से इस मंदिर की विकास एवं समृद्धि होगी।

Ayodhya ram mandir wallpaper-अयोध्या राम मंदिर

अयोध्या राम मंदिर का प्रसाद

प्रसाद के रूप में आम तौर पर खीर, चावल, पूरी, सब्जी, दाल, मिठाई, फल, और चाय/पानी आदि शामिल हो सकते हैं। कुछ स्थानों पर विशेष अन्न और खास मिठाई भी उपलब्ध होती है।

भक्तों को मंदिर दर्शन के बाद प्रसाद का आनंद लेना एक पवित्र और धार्मिक अनुभव माना जाता है। यह एक भक्ति और आस्था का संबोधन है और विभिन्न आयामों में सात्विक भोजन का आनंद उठाने का अवसर प्रदान करता है।

अयोध्या राम मंदिर में लोगों की मान्यता क्या है

अयोध्या राम मंदिर में लोगों की मान्यता एक महत्वपूर्ण और गहरे धार्मिक अर्थ की वजह से है। यह स्थान हिंदू धर्म के एक प्रमुख तीर्थस्थल के रूप में जाना जाता है, जिसमें भगवान राम के भक्तों को बड़े आनंद का अनुभव होता है।

भक्ति: अयोध्या राम मंदिर में जाने से लोगों की आत्मीयता और भक्ति का संबंध होता है। यहां भगवान राम के ध्यान में बैठकर उनसे अपने मन की बातें कहने का अवसर मिलता है और उन्हें शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

संस्कृति और धरोहर: भारतीय संस्कृति में मंदिरों का विशेष महत्व है और ये महत्वपूर्ण स्थल धरोहर के रूप में भी जाने जाते हैं। अयोध्या राम मंदिर भारतीय संस्कृति और धरोहर के एक अभिन्न अंग के रूप में महत्वपूर्ण है।

श्रद्धा और आस्था: अयोध्या राम मंदिर में लोगों की आस्था और श्रद्धा विशेष रूप से दिखाई देती है। यहां आने से भक्तों को आत्मिक पुनरुत्थान और मनोयोग की अनुभूति होती है।

समाज सेवा: राम मंदिर में लोग समाज सेवा के भाव के साथ आते हैं, जैसे कि प्रसाद बाँटना, दान देना और आरती में भाग लेना। इससे समाज के भविष्य में सकारात्मक परिवर्तन होने की उम्मीद होती है।

यदि भगवान राम के भक्तों की मान्यताओं के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो अयोध्या राम मंदिर के भक्तों से बातचीत करके उनसे अनुभव साझा कर सकते हैं।

राम मंदिर भूमि पूजन की तारीख

राम मंदिर की भूमि पूजन की तारीख 5 अगस्त 2020 को थी। इस दिन भगवान श्री राम के जन्मस्थल पर भूमि पूजन अद्यतित रूप से किया गया था और इसके साथ ही श्री राम मंदिर का निर्माण भी पूर्ण हुआ। भूमि पूजन एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन था और यह घटना देश और विदेश में धार्मिक उत्सव के रूप में मनाई गई। इसमें विभिन्न धार्मिक और राजनीतिक व्यक्तित्वों ने भाग लिया और भक्तों के बड़े जुबले और आनंद के साथ भूमि पूजन की गई।

अयोध्या राम मंदिर कैसे पहुँचे

अयोध्या राम मंदिर पहुंचने के लिए विभिन्न तरीके हैं। यहां कुछ सामान्य तरीके दिए गए हैं:

हवाई यातायात: नजदीकी विमानतल स्थल लखनऊ विमानतल है, जिससे अयोध्या तक हवाई यातायात आसानी से संभव है। लखनऊ से अयोध्या तक टैक्सी, बस या प्राइवेट कार से पहुंचा जा सकता है।

रेलवे: अयोध्या रेलवे स्टेशन राज्यभर से संबंधित शहरों से नियमित ट्रेन सेवा द्वारा जुड़ा हुआ है। अयोध्या रेलवे स्टेशन से मंदिर तक टैक्सी, ऑटोरिक्शा, रिक्शा या पैदल जाकर आसानी से पहुंचा जा सकता है।

बस: अयोध्या बस स्टेशन से भारतीय राज्यभर से विभिन्न शहरों के बस सेवाएं उपलब्ध हैं। यात्रियों को मंदिर तक टैक्सी, ऑटो रिक्शा, रिक्शा या पैदल जाकर पहुंचने का विकल्प है।

राजमार्ग: अयोध्या राजमार्ग से विभिन्न शहरों से अयोध्या पहुंचना भी संभव है। यह व्यक्तियों को आउटोरिक्शा, रिक्शा, टैक्सी या पैदल यात्रा के लिए विकल्प प्रदान करता है।

अयोध्या में मंदिर पर्यटकों द्वारा भारत और विदेशों से बहुत लोकप्रिय है, इसलिए शहर के लिए परिवहन सुविधाएं अच्छी तरह से उपलब्ध हैं। पहले से ही यातायात के विकल्पों का आयोजन करके आप अपने आगमन को सुगम बना सकते हैं।

अयोध्या राम मंदिर के पास धर्मशाला

अयोध्या में अनेक धर्मशालाएं (धार्मिक निवास स्थान) यात्रियों के लिए उपलब्ध हैं जो शांतिपूर्वक और सामान्य रेट पर रहने की सुविधा प्रदान करते हैं। कुछ धर्मशालाएं मंदिर के पास हैं जबकि कुछ अन्य शहर के विभिन्न भागों में स्थित हैं। ये धर्मशालाएं विभिन्न सुविधाओं और बजट में उपलब्ध होती हैं।

यहां कुछ प्रसिद्ध धर्मशालाओं का उल्लेख किया जा रहा है, लेकिन कृपया ध्यान दें कि ये सूची अपडेट हो सकती है और नए धर्मशालाएं भी उभर सकते हैं:

श्री राम धर्मशाला: यह धर्मशाला अयोध्या मंदिर के पास स्थित है और यहां आरामदायक कमरे और सुविधाएं उपलब्ध हैं।

श्री राम शरणम् गेस्ट हाउस: इस धर्मशाला में आरामदायक कमरे और आवश्यक सुविधाएं होती हैं और यह भी मंदिर के पास स्थित है।

सरयू राम धर्मशाला: यह धर्मशाला सरयू नदी के निकट स्थित है और शांति से भरी रहने की सुविधा प्रदान करती है।

राम शरणम् गोपालगंज धर्मशाला: यह धर्मशाला गोपालगंज इलाके में स्थित है और श्री राम मंदिर से थोड़ी दूरी पर है।

ये धर्मशालाएं सामान्य रेटों पर रहने की सुविधा प्रदान करती हैं और यात्रियों को शांतिपूर्वक और आराम से रहने का मौका देती हैं। आपको अयोध्या के धर्मशालाओं के बारे में और जानकारी चाहिए तो, वहां के स्थानीय पर्यटन नियंत्रण कार्यालय से संपर्क करें या इंटरनेट पर खोज करें।

अयोध्या राम मंदिर के आसपास घूमने की जगह

अयोध्या राम मंदिर एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जो भारतीय और विदेशी यात्रीयों के लिए खास आकर्षण है। अयोध्या जनपद और उत्तर प्रदेश में इसके आसपास कई अन्य प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हैं जो घूमने के लिए मान्यता प्राप्त हैं। यहां कुछ ऐसी जगहें दी गई हैं जिन्हें आप अयोध्या के दर्शन के दौरान विजिट कर सकते हैं:

सरयू घाट: सरयू घाट अयोध्या का प्रमुख घाट है, जहां श्रद्धालु नदी में स्नान करते हैं। इस घाट के पास आप शांतिपूर्वक बैठकर सरयू नदी की शांति और सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।

हनुमान गढ़ी मंदिर: अयोध्या में हनुमान गढ़ी मंदिर हनुमान जी को समर्पित है, जो राम भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है। यहां आने से आपको भगवान हनुमान की कृपा और आशीर्वाद मिलता है।

कानक भवन: यह भवन अयोध्या में माँ सीता के निवास स्थान के रूप में प्रसिद्ध है। यह जगह भी माँ सीता के भक्तों के लिए प्रसन्नता और शांति का स्थान है।

काशी विश्वनाथ मंदिर: काशी विश्वनाथ मंदिर भी अयोध्या में स्थित है, जो श्री विश्वनाथ भगवान को समर्पित है। यह मंदिर शिव भक्तों के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।

रामकोट: रामकोट भी अयोध्या से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और रामायण के अनुसार यहां भगवान राम ने अपना राज्याभिषेक किया था। यह जगह भी धार्मिक एवं पर्वतीय सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।

ये कुछ ऐसी धार्मिक जगहें हैं जो अयोध्या के आसपास स्थित हैं और यात्रियों के दर्शन का एक अच्छा विकल्प प्रदान करती हैं। आप अपनी यात्रा के दौरान इन्हें विजिट कर सकते हैं और धार्मिक अनुभव का आनंद ले सकते हैं।

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अयोध्या के श्री राम मंदिर का निर्माण 5 अगस्त 2020 को आदर्श मंदिर के रूप में पूर्ण किया गया था।

श्री राम मंदिर का निर्माण उत्तर प्रदेश के अयोध्या शहर में हुआ है।

श्री राम मंदिर का मुख्य भवन “श्री राम जन्मभूमि मंदिर” नामक एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो भगवान श्री राम के जन्मस्थल पर बनाया गया है।

श्री राम मंदिर के आसपास आप अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों को भी देख सकते हैं, जैसे कि हनुमान गढ़ी मंदिर, सरयू घाट, कानक भवन और काशी विश्वनाथ मंदिर आदि।

मंदिर के दर्शन का समय स्थानीय प्रशासन द्वारा निर्धारित किया जाता है। आपको अधिकृत स्रोतों से जानकारी लेने की आवश्यकता होगी।

मंदिर में प्रसाद के रूप में आम तौर पर चावल, पूरी, सब्जी, दाल, मिठाई और फल जैसे विभिन्न प्रकार के आहार उपलब्ध होते हैं।

श्री राम मंदिर भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है और भगवान राम के भक्तों के लिए एक पवित्र स्थल है। यह भारतीय धरोहर का महत्वपूर्ण संदर्भ है और इसे लाखों लोग हर साल दर्शन करने आते हैं।

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